24 घंटे में इतने घंटे सोना बेहद जरूरी : हल्के में न लें, मानसिक उलझन को हराना है तो इन आदतों के साथ रहना होगा
Health News : मानसिक रिलैक्सेशन और मानसिक उलझन दोनों ही हमारे दिमाग की स्थितियों से जुड़े हुए हैं। मानसिक रिलैक्सेशन एक ऐसी स्थिति है जहां हमारा दिमाग शांत और तनावमुक्त होता है, जबकि मानसिक उलझन एक ऐसी स्थिति है जहां हमारा दिमाग तनावग्रस्त, चिंतित और उलझन में होता है।
24 घंटे में 7-8 घंटे सोने से मानसिक रिलैक्सेशन मिलता है। पर्याप्त नींद लेने से हमारा दिमाग तरोताजा और शांत रहता है, जिससे हमारी मानसिक स्थिति बेहतर होती है।
मानसिक उलझन के कुछ कारण हैं
तनाव और चिंता
थकान और कम नींद
नकारात्मक विचार और भावनाएं
जीवन में बदलाव और अनिश्चितता
सामाजिक और पारिवारिक समस्याएं
थकान और कम ऊर्जा
नींद की कमी या बेचैन नींद
एकाग्रता में कमी
नकारात्मक विचार और भावनाएं
जीवन में रुचि में कमी
मानसिक उलझन से निपटने के तरीके हैं
पर्याप्त नींद लेना
तनाव कम करने के तरीके अपनाना, जैसे कि योग, ध्यान और व्यायाम
नकारात्मक विचारों और भावनाओं को पहचानना और बदलना
जीवन में संतुलन बनाना
सामाजिक और पारिवारिक समर्थन लेना